Sunday, January 10, 2021

उम्र एक कम सौ और जज़्बा युवाओं को भी मात देने वाला




 जी हाँ, इन्दौर की सोहिनी देवी शर्मा की उम्र निन्यानवे वर्ष है मगर उनका सिलाई से जुड़ा पेशेवर और शौकिया जज़्बा देखकर आज भी लोग हैरान रह जाते हैं। राजस्थान के सीकर शहर की रहने वाली सोहिनी देवी सत्तर साल पहले शादी होकर इन्दौर आईं थीं। वे ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं थीं अत: खुद को व्यस्त रखने और अपने को किसी सकारात्मक काम से जोड़े रखने के लिये उन्होंने सिलाई- कढाई के अपने शौक में मन रमाना शुरू किया। पहले घर परिवार के सदस्यों के पैंट-शर्ट, फ्राक और अन्य कपड़े सीना आरम्भ किया उसके बाद तो वे कपड़े के हाथी, घोड़े, बटुए, स्वेटर, पोटली और बैग भी बनाने लगीं। घर के लिये भी और दीगर लोगों के लिये भी। उनके इस उत्साह को देखते हुए उनके भाइयों ने उन्हें पैरों से चलाई जाने वाली सिलाई मशीन दिलवा दी जिससे सोहिनी देवी दोगुने उत्साह से सिलाई-कढ़ाई का काम करने लगीं और इन सात दशक में आपने नई-नई डिजाइन के कपड़े और घरेलू उपयोग में आने वाली हजारों सुन्दर और कलात्मक चीजें तैयार की। सोहिनी देवी की पोती मोनिका शेठ जो खुद एक चित्रकार हैं वे बताती हैं कि शहर में कोई भी चित्र प्रदर्शनी लगे वे चाहतीं हैं कि उन्हें वो दिखायें ताकि वे वहां प्रदर्शित चित्रों से कुछ नई डिजाइन सीखकर कुछ नया कर सकूं। दादी जब भी ऐसी प्रदर्शनी देखकर आतीं तुरन्त नये डिजाइन के कुछ अलग ढंग के कपड़े  बनाने की कोशिश करतीं। मोनिका बताती हैं कि उन्होंने दादी से कई बार कहा कि अब हम आपको यह पैरों से चलने वाली मशीन के स्थान पर‌ इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीीन दिलवा देते हैं मगर वे मना कर देती हैं कि वे पैरोंं से मशीन चलाकर और पाारम्परिक सिलाई का काम करके खुश हैं। इन सात दशक में  कई डिजाइनर कपड़े वो बना चुकीं हैं। सोहिनी देवी का यह जज़्बा देखते ही बनता है और विस्मय इस बात का भी है कि उनकी स्मरणशक्ति अभी भी ठीक ठाक हैैं, और तो और उनकी देखने सुनने की क्षमता बेहतर है।


 राजा दुबे

No comments: