हर साल दिल्ली में स्वाधीनता दिवस पर लाल किले के प्राचीर से झण्डावंदन के बाद होने वाले प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम सम्बोधन का अपना एक अलग ही क्रेज़ होता है और इस सम्बोधन की देशवासियों को बड़ी व्यग्रता से प्रतीक्षा रहती है क्योंकि इस सम्बोधन में होता है केन्द्र सरकार की रीति-नीति का संकेत और लोकलुभावन घोषणाओं का तड़का भी .इस साल मगर यह सम्बोधन कैसा होगा और उसमें क्या होगा, इस पर बात करने के पहले आईये पहले तह जान लें कि इस बार इस आयोजन को लेकर गाइडलाईन क्या हैं?
गृह मंत्रालय की एडवायजरी ही आयोजन की रीति-नीति तय करेगी
इस माह केे शुरूआत में जारी हुई अनलॉक थ्री की गाइडलाईन में बताया गया है कि 15 अगस्त को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा. गृह मंत्रालय द्वारा जारी स्वतंत्रता दिवस समारोह की गाइडलाईन के अनुसार समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा और मास्क पहनना अनिवार्य होगा, तभी इजाजत दी जाएगी. गत 31 जुलाई को गृह मंत्रालय ने जो एडवाइज़री जारी की है वही आयोजन की रीति-नीति नीति तय करेगी.इसमें बताया गया है कि आगामी 15अगस्त को प्ररधानमंत्री, नरेंद्र मोदी लालकिले की प्राचीर से राष्ट्रध्वज भी फहराएंगे, उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा, और वो राष्ट्र को सम्बोधित भी करेंगे पर भीड़भाड़ वाला कार्यक्रम नहीं होगा .दिल्ली के लाल किले में होने वाले कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस और सशस्त्र बलों की तरफ से प्रधानमंत्री को सलामी गारद देना, राष्ट्रीय ध्वज फहराना और इक्कीस बंदूकों की सलामी, प्रधानमंत्री का भाषण, भाषण के तुरंत बाद राष्ट्रगान और अंत में तिरंगे गुब्बारे आसमान में छोड़े जाना शामिल होगा. " एट होम " स्वागत समारोह का आयोजन राष्ट्रपति भवन में होगा. एडवायजरी के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस पर सामूहिक आयोजनों से बचने की सलाह दी गई है. इसमें कहा गया है कि आजादी का पर्व मनाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए. गृह मंत्रालय ने यह सलाह देश में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर लिया है.
डेढ़ हज़ार कोरोना वारियर्स के साथ विशिष्ट कुर्सियाँ भी घट कर डेढ़ सौ रहेंगी
लाल किले पर इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एकदम अलग अंदाज में तो मनाया ही जाएगा .वहीं, सबसे बड़ा सरप्राइज होगा- कोरोना से जंग में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के अलावा ऐसे कुछ लोगों को कार्यक्रम में बुलाया जाना जो इस बीमारी से जंग जीतकर ठीक हुए हों . करीब 1,500 कोरोना वॉरियर्स और ठीक हो चुके लोगों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित कर सकते है.लाल किले पर 15 अगस्त की तैयारियों से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इस बार काफी कुछ बदला-बदला नजर आएगा मगर ध्वजारोहण, परेड और पीएम का राष्ट्र के नाम संबोधन ये तीनों पहले की तरह होंगे .सुरक्षा में भी कोई कटौती या फेरबदल नहीं किया जाएगा, बल्कि इस बार यह और मजबूत होगी.लाल किला मैदान में हर बार करीब 10 हजार लोग इस राष्ट्रीय पर्व का गवाह बनते थे, लेकिन इस बार इनकी जगह करीब 1500 कोरोना वॉरियरों को यहाँ आमंत्रित किए जाने की बात है.उद्देश्य यह है कि इससे इस महामारी से लड़ाई में इनका मनोबल और उँचा हो सके और कोरोना से जूझ रहे देश को भी इनके जरिए प्रधानमंत्री सकारात्मक संदेश दे सकें.लाल किले की प्राचीर पर प्रधानमंत्री स्टेज के दोनों ओर हर बार 800 चेयर लगाई जाती थीं .इनमें एक ओर 375 और दूसरी ओर 425 चेयर लगती थीं.इन्हें घटाकर इस बार करीब 150 किया जा रहा है। उपर जितने भी वीवीआईपी बैठते थे, वे इस बार नीचे ग्राउंड में बैठेंगे .इसीप्रकार कुल 4,200 सामान्य स्कूली बच्चों की जगह करीब 400 एनसीसी कैडेट को बुलाए जाने की बात है और यह सब दिल्ली के विभिन्न स्कूलों के ही होंगे.
राज्यों के लिये भी ज़ारी किये हैं निश्चित दिशा निर्देश
गृह मंत्रालय ने यह भी कहा है कि राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में विभिन्न स्तर पर स्वतंत्रता दिवस समारोहों के लिए निश्चित दिशा-निर्देश तय किए गए हैं. राज्य स्तर पर, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियों में सुबह नौ बजे के बाद कार्यक्रम होगा जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराना, राष्ट्रगान की धुन,पुलिस द्वारा सलामी गारद की प्रस्तुति, मुख्यमंत्री का भाषण और राष्ट्रगान शामिल होगा.
गौरतलब है कि राज्य सरकारों को ये भी सलाह दी गई है कि डॉक्टरों, हेल्थ वर्कर्स और सफाई कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में उनकी सेवा के लिए सम्मान देने के तौर पर आमंत्रित किया जाए. जो लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद स्वस्थ्य हो चुके हैं, उन्हें भी कार्यक्रम में बुलाया जाए.कोरोना संक्रमण के चलते मध्यप्रदेश में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन में बदलाव किया गया है. भोपाल में लाल परेड ग्राउंड पर मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री शामिल रहेंगे. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के भाषण को प्रसार भारती के प्रदेश स्थित सभी रेडियो स्टेशन और दूरदर्शन के भोपाल केन्द्र से सीधे प्रसारित किया जायेगा.वहीं जिला और तहसील स्तर पर अधिकारी तिरंगे को फहराएंगे.
राष्ट्र के नाम सम्बोधन में सम्भव है हर नागरिक के लिये हैल्थ कार्ड की घोषणा
इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पन्द्रह अगस्त वाले राष्ट्र के नाम सम्बोधन में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य से जुड़ी किसी नई योजना की सम्भावना काफी बढ़ गई है और प्रधानमंत्री हर देशवासी के लिये यूनिक हैल्थ कार्ड की घोषणा कर सकते हैंं.यह हैल्थ कार्ड नेशनल डिजीटल हैल्थ मिशन से संचालित होगा. इससे हटकर कोई और लुभावनी योजना शायद ही घोषित हो पाये क्योंकि अभी सरकार नईयोजनाओं के लिये वित्तीय पोषण की स्थिति में नहीं है मध्यम वर्ग और सरकारी अमले को अगले वर्ष के स्वतंत्रता दिवस के सम्बोधन तक इंतजार करना होगा.कुछ घोषणाएँ गरीबी की रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों को लाभ थलंके लिये हो सकती है. केंद्रीय कैबिनेट से राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी मिल गयी है. उम्मीद की जा रही है कि इस सप्ताह के अंत तक इस मिशन को अधिकारिक मंजूरी मिल जायेगी.और 15 अगस्त 2020 के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी घोषणा के साथ इसका शुभांरभ भी कर सकते हैं.राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन में मुख्य तौर पर चार चीजों पर फोकस किया गया है. हेल्थ आईडी, व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड, डिजी डॉक्टर और स्वास्थ्य सुविधाओं का रजिस्ट्रेशन. इन चार चीजों के साथ इसकी शुरूआत की जायेगी. फिर इसके बाद इस मिशन में टेलीमेडिसीन सेवाओं को जोड़ा जायेगा. इस सभी चीजों के लिए गाइडलाइंस तैयार किए जा रहे हैं.
अब इस बीच कुछ और विमर्श के बाद शिक्षा, युद्ध और उद्योग से जुड़े मसलों पर भी बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं. मगर कुल मिलाकर इस बार जश्ने आज़ादी में जश्न वाला हिस्सा " न " के बराबर ही रहेगा और अब जश्न को ढूँडना होगा.
राजा दुबे
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