मेरा ये अनुभव शायद किसी को कोई बहुत बड़ी बात न लगे। पहली बार और अच्छे भाग्य के नाम पर इसे खारिज भी किया जा सकता है। लेकिन, मेरे लिए एक बड़ी और महत्वपूर्ण बात है। पिछले हफ्ते एक दिन अचानक मेरे मोबाइल पर कॉल आया। एक-दो बार नाम और काम पूछने पर भी जब कोई सही जवाब नहीं मिला और घटिया मज़ाकिया लहेज़ा समझ आया तो मैंने फोन कट कर दिया। इसके बाद दो या तीन बार फिर उसी नंबर से फोन आया। मैंने रिसीव नहीं किया। मैट्रो में फिर मेरा मोबाइल बजा। इस बार एना ने उसे रिसीव किया। थोड़ी देर की बात के बाद एना ने फोन काट दिया और मुझे वुमन हेल्पलाइन पर शिकायत करने की सलाह दी। मैंने सौ नंबर डायल किया और वुमन हेल्पलाइन नंबर मांगा। 1091, ये एक ऐसा हेल्पलाइन नंबर है जिस पर फोन करके कोई भी महिला मदद मांग सकती है। मैंने भी इस नंबर पर फोन करके अपनी शिकायत दर्ज की। इसके बाद बिना किसी कार्रवाई की उम्मीद के मैं अपने काम में लग गई। अचानक मेरा मोबाइल फिर बजा। इस बार दूसरी ओर से मेरे एरिया के थाने से एक कांस्टेबल बोल रहा था। उसने मुझसे पूछा कि क्या आपने कोई शिकायत दर्ज की है। पहले तो मैं समझ नहीं पाई लेकिन, बाद में मुझे समझ आया कि 1091 पर दर्ज शिकायत थाने में पहुंचाई जाती है। मैंने एक बार फिर पूरी बात बताई। कुछ आधे घंटे बाद ही उस अनजान नंबर से फिर फोन आना शुरु हो गया। मैं डर गई मुझे लगा कि शिकायत करके गलती कर दी। ना जाने इस बार वो क्या बोलेगा। मैंने फोन नहीं उठाया। कुछ ही देर में थाने से फिर फोन आया। मुझे मालूम चला कि ब्लैन्क कॉल करनेवाला व्यक्ति मुझसे माफी चाहता है। मुझे बहुत आश्चर्य हुआ। डर के मारे उसके हृदय में जो ये परिवर्तन हुआ उससे एक बात तो समझ आ गई कि वो इंसान बिल्कुल उस शराबी की तरह है जो शराब के नशे में शेर बनकर घूमता और हंगामा करता है। लेकिन, दो थप्पड़ पड़ने पर ही लाइन पर आ जाता है। खैर, मैंने पुलिस अधिकारी और 1091 को धन्यवाद दिया और मन में ये तसल्ली कि कम से कम अब वो आदमी किसी दूसरी लड़की को फोन करके अपने दो मिनिट के विभत्स मज़े के लिए परेशान नहीं करेगा। 1091 और पुलिस लोगों की मदद भी करती है। अगर आप कभी किसी मुसीबत में पड़े तो एक बार इनसे मदद लेने की ज़रूर सोचें...
1 comment:
delhi police ko SADHUWAAD
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