Tuesday, April 17, 2012
हाथ मल-मल के- मीडिया पीछे पड़ा निर्मल के
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से लेकर प्रिंट और वेब मीडिया तक में आजकल निर्मल बाबा सुर्खियां बने हुए हैं। हर दिन टीवी चैनल्स निर्मल बाबा को लेकर प्रोग्राम बना रहे हैं.. उनके अजीबोगरीब उपायों को मजाकिया अंदाज में दिखा रहे हैं.. सही भी है.... आस्था के नाम पर धंधा चलाने वालों की पोल खुलनी ही चाहिए... लेकिन इन सबके बीच मीडिया ने खुद अपना दोहरा चरित्र सामने ला दिया है। निर्मल बाबा के ख़िलाफ मुहिम चलाने से पहले... और अब तक लगभग हर न्यूज़ चैनल निर्मल बाबा से जमकर पैसे कमा रहा था। हर न्यूज़ चैनल या तो सुबह या फिर दोपहर के वक्त आधे-एक घंटे का निर्मल दरबार का विज्ञापन चला रहा था। माना कि निर्मल बाबा ठग है... और वो लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर पैसे कमा रहा है.. लेकिन क्या उसके विज्ञापनों के लिए दिया जाने वाला पैसा उसी लूट का हिस्सा नहीं है.. जिससे मीडिया अपना पेट भर रहा है ? सवाल ये भी उठता है कि मीडिया निर्मल का विज्ञापन दिखाते-दिखाते अचानक उसके पीछे कैसे पड़ गया ? क्या निर्मल नरूला की सच्चाई देर से सामने आई... या फिर इसके पीछे कोई और वजह भी है... ये भी बात पता चली है कि इन सबके पीछे न्यूज़ चैनल्स की टीआरपी और निर्मल बाबा की बढ़ती लोकप्रियता भी है। निर्मल दरबार का विज्ञापन जिस न्यूज़ चैनल पर चलता है... उस वक्त उसकी टीआरपी काफी अधिक रहती है... इससे दूसरे न्यूज़ चैनल के उस वक्त के कार्यक्रम मारे जा रहे हैं... बताया जा रहा है कि निर्मल के ख़िलाफ सबसे पहले ख़बर चलाने वाले चैनल के साथ भी ऐसा ही हुआ। इसलिए उसने इससे निपटने का नया तरीका ही ईज़ाद कर लिया। इसके साथ-साथ ये भी पता चला है कि पहले तो निर्मल बाबा अपने विज्ञापन चलाने के लिए पैसे दिया करते थे.. लेकिन जब उन्हें ये पता चला कि उनके विज्ञापन से चैनल की टीआरपी में जबरदस्त उछाल आया तो उन्होंने खुद चैनल वालों से पैसे मांगने शुरू कर दिए... अब ये बात तो ख़बरिया चैनल वालों को रास आने से रही.. सो उन्होंने एक के बाद एक करके निर्मल के ख़िलाफ मोर्चा खोल दिया। मुझे निर्मल की धोखाधड़ी के बारे में कोई शुबहा नहीं है...लेकिन क्या टीवी चैनल्स पर चलने वाले ज्यादातर भविष्य.. ज्योतिष के कार्यक्रम धोखाधड़ी नहीं हैं ? आस्था के नाम पर खिलवाड़ नहीं हैं ? और तो और कई चैनल्स पर रात में तस्वीर पहचानों और ईनाम पाओ... वाले कार्यक्रम तो सरेआम दर्शकों को लूट रहा है..लेकिन इनके ख़िलाफ मीडिया मुहिम नहीं चलाता.. मीडिया के मठाधिशों को ये बातें नज़र नहीं आती...
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