Monday, November 30, 2009
SM4 माने आज की भाषा
आजकल में आराम फरमा रही हूँ। ऐसा नहीं है कि छुट्टियों पर हूँ। ऑफ़िस जा रही हूँ, काम कर रही हूँ, बस और मैट्रो के धक्के खा रही हूँ। फिर भी मैं आराम फरमा रही हूँ, क्योंकि मम्मी कुछ दिनों के लिए मेरे साथ रहने आ गई है। आज जब सुबह उठी तो देखा कि मम्मी नाश्ते की तैयारी कर रही है। जब ऑफिस के लिए निकली तो स्कूल और कॉलेज के दिनों की ही तरह मम्मी ने बालकनी से हाथ हिलाकर विदा किया। सच में आजकल मैं आराम फरमा रही हूँ। हमारे परिवार में मेरे भैया की शादी इस वक़्त का सबसे गरमा गरम मुद्दा है। रविवार की सुबह मैंने और मम्मी ने मिलकर कुछ विज्ञापन पढ़े और ये तय किया कि पापा को बताया जाए कि इनसे वो बात करें। रात को पापा को फोन किया और वो विज्ञापन लिखवा दिए। कुछ विज्ञापन नईदुनिया में थे सो पापा को कहा कि वो तो आप वहाँ भी पढ़ सकते हैं। कुछ देर बाद पापा का फिर फोन आया। पापा ने हंसते हुए बताया कि वो कुछ देर पहले तक बहुत परेशान थे। वो विज्ञापनों में लिखे SM4 को पढ़-पढ़कर परेशान हो रहे थे। वो समझ नहीं पा रहे थे कि ये कौन से ब्राह्मण होते हैं। थोड़ी देर की माथा पच्ची के बाद उन्हें मालूम चलाकि इस का अर्थ है Suitable match for. मैं पापा खूब हंसे। फिर बात हुई कि इस तरह की भाषा का इजाद चैटिंग, सोशल नेटवर्किंग साइट और मोबाइल पर मैसेज करनेवालों ने किया हैं। आज से कुछ दस साल पहले मेरा इनकाउन्टर याहू मैसेन्जर से हुआ था। उस वक़्त मैं asl और lol जैसे शब्दों का अर्थ समझ नहीं पाती थी। आज हम सबकुछ शार्ट करते जा रहे हैं वो नाम हो या फिर वाक्य। यहाँ तक कि मिस्ड के भी अलग-अलग फ़ॉर्मेट है। लंबे मिस्ड का अलग अर्थ और छोटे का अलग। मुझे लगता है कि अब जल्द ही ऑक्सफ़ोर्ड और उसी की जैसी और भी शब्दकोश प्रकाशित करनेवाली संस्थाओं को इन शार्टकट के भी शब्दकोश छापने पड़ेगे। और, इनके सबसे ज़्यादा खरीदार होगे वो माँ-बाप जिनके बच्चों इसी लिंगो में बात करते होंगे...
Labels:
अलग सोच...
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
4 comments:
बहुत बडिया जी आप आराम फर्मायें शुभकामनाये शार्ट में एस के
achha comment hai aur hakikat bhi
hakikat bhara lekh
SMS हैं तो ठीक पर ना जाने क्यों मुझे यूं लिखना कभी भाया नहीं ...
Post a Comment