Monday, July 13, 2009

लहरों के विपरीत...

आईआईटी में पढ़ाई करना आज के वक़्त में न सिर्फ़ हर छात्र का सपना है बल्कि कई माँ बाप भी यही चाहते हैं कि उनके बच्चे ऐसे किसी संस्थान में पढ़ाई करें। ऐसे किसी संस्थान में पढ़ाई की एक वजह एक अच्छी नौकरी होती है। आखिर देश के सबसे बेहतरीन संस्थान से पढ़कर निकले इंजीनियर को हर कोई हाथों हाथ लेता है। एक मध्यम वर्गीय मानसिकता के चलते हमारी सोच भी यही तक सीमित रहती है। पढ़ाई करो और अच्छी-सी नौकरी पकड़ लो और जीवनभर वही नौकरी करते रहो रिटायर हो जाओ और फिर बच्चों के करियर की चिंता करते रहो। लेकिन, कुछ लोग ऐसे होते हैं जो लहरों के विपरीत बहने में यक़ीन करते हैं। वो कुछ अलग न सिर्फ़ करने की सोचते हैं बल्कि करते भी हैं। ऐसे ही कुछ हैं दिल्ली आईआईटी से पढ़े तीन लड़के। ये तीनों एक वेबसाइट चलाते हैं। मेन्टरपोलिस नाम की ये वेब साइट पढ़ाई कर रहे छात्रों को एक बेहतर करियर विकल्प चुनने में मदद करती है। ये तीनों आईआईटी दिल्ली से पढे़ हुए हैं। कोई पढ़ाई के बाद एक साल नौकरी कर चुका है तो कोई सीधे ही इस वेब साइट से जुड़ा है। गुड़गांव में अपने फ़्लैट के एक कमरे से इस वेब साइट को चला रहे ये तीनों दोस्त अपने जीवन में कुछ अलग करना चाहते थे। यही वजह थी कि उन्होंने किसी एमएनसी में नौकरी नहीं की बल्कि ख़ुद का काम शुरु किया। काम भी ऐसा जोकि आनेवाली पीढ़ी को मदद कर सके। अपनी इस वेब साइट के ज़रिए ये लोग करियर की राह खोज रहे छात्रों की ऐसे लोगों से बात करवाते हैं जोकि उस करियर में सफलता पा चुके हैं। ऐसे लोग जोकि आनेवाली पीढ़ी को एक बेहतर सलाह दे सकते हैं। 22 से 23 साल के ये नए उद्यमी बिल्कुल रिलेक्स रहते हैं। भविष्य को लेकर न तो ये बेहद उदासीन है और न ही चिंता में हैं। मंदी की मार झेल रहे इस दौर में ये लोग ख़ुद का अपना काम बेहतरीन तरीक़े से कर रहे हैं। तीनों को ही ये विश्वास है कि उनकी ये वेब साइट न सिर्फ़ एक बेहतरीन करियर विकल्प है बल्कि ये उन छात्रों के लिए भी बेहतरीन साबित होगी जोकि अपने करियर को लेकर भ्रम में हैं।

5 comments:

राजन अग्रवाल said...

behtar hai,,, apna haath jagannaath

Nitish Raj said...

sahi sooch aur achie pahal 3 yuvaoin ki

Udan Tashtari said...

तीनों को शुभकामनाऐं..लिंक देने का आभार!!

संगीता पुरी said...

विलक्षण प्रतिभा वाले लोगों को लहरों के विपरीत ही चलना चाहिए !!

डॉ. मनोज मिश्र said...

सही कहा है आपनें .